निशा की खामोश जिंदगी का आंतरिक शोर
विषय; निशा की खामोशी में छिपा उसके अंदर का शोर
रूप ; कहानी
शीर्षक ; खामोश जिंदगी का शोर
पात्र ; निशा
जिंदगी में खुद से ही एक युद्ध कर रही है ।
पहले माता पिता के कहने से शादी , फिर शादी में मिला धोखा ।
फिर उन धोखेबाज लोगो से लड़ना ।
जब अपने स्तर तक लड़ते लड़ते थक गई निशा तब अपने घर वालो को बताया ।
की उस पर क्या क्या गुज़र रही है । फिर घर वालो ने भी खूब साथ दिया ।
और जब खूब सभाएं हुई , निशा के सुसराल वालो को खूब समझाया गया । लेकिन जब कोई नही माना तो घर वालो ने निशा का फैसला पूछा ।
निशा ने बोला मौके बहुत दिए वहीं साथ रहते रहते अब एक मौका अलग होने के बाद भी सही ।
लेकिन किसी को जब सुननी ही नही थी और न निशा के पति सुनील को सुधारना था ।
फिर वही हुआ जो होना चाहिए था 3 साल बाद तलाक , वैवाहिक संबंध विच्छेद ।
और निशा की जिंदगी जैसे खामोश सी हो गई । एक बेटी भी है निशा के पास । लेकिन निशा तो जैसे उस शांत जल की तरह हो गई थी ।
जिसमे एक प्यार का दिया जला कर छोड़ने की देर थी बस ।
फिर घर वालो का दबाव दूसरी शादी कर लो , लेकिन निशा डरती थी , की जब पहली शादी में इतना बड़ा धोखा मिल गया । तो दूसरी का क्या विश्वास करे ।
अब निशा को फिर उठना था और लड़ना था लेकिन इस बार लड़ाई अपनो के साथ थी । और फिर वही निशा को मानना पड़ा । और घर वालो से बोल दिया ढूंढ लो ऐसा कोई जो मुझसे पहले मेरी बेटी को अपनाए ।
फिर इसी बीच निशा के शांत मन में किसी ने प्यार का दिया जलाया ।
जिससे बात कर उसे अच्छा लगने लगा । जो ये दिखाने लगा की वो निशा को कितना खुश रखेगा ।
और निशा की बेटी को अपना मानने लगा ।
निशा को लगा जैसे बस यही तो है वो जिसे मेरा दिल ढूंढ रहा था ।
और उसका नाम राहुल था ।
अब निशा को जब लगा यह सही इंसान है , और नौकरी भी सरकारी है , मेरी बेटी को भी खुश रखेगा ।
तब निशा ने अपने घर वालो को बताने का फैसला लिया ।
और बताया भी ।
निशा अपनी मम्मी से मम्मी राहुल एक अच्छा इंसान है वो हम दोनो को खुश रखेगा ।
मम्मी निशा से पागल हो क्या ??इतनी दूर लखनऊ कैसे भेज दे ??
हम यहां मेरठ में रहते है और वो वहां up का दूसरा सिरा लखनऊ में नही ।
फिर बेटी का भी साथ है ।
मम्मी ने अपने बेटे निशा के भाई शिवम को बताया ।
शिवम बोला निशा से..... पहले उससे बात करो उसे जानो समझो 2,3 महीने उसे जान लो फिर हम आगे देखते है ।
और जब तक उसका भी तलाक का केस फाइनल हो जाएगा ।
निशा को यह बात सही लगी । अब वो अधिकतर उससे बाते करती।
उसे जानने की कोशिश करती ।
और दिन पर दिन राहुल के बारे में एक नई बात उसे पता चलती ।
फिर वो सोचती क्या मैं सही कर रही हूं।
फिर वो सोचती अच्छा कमाता है । अपना घर है । ड्रिंक करता है तो क्या हुआ । मेरी बेटी को तो खुश रखेगा।
फिर एक दिन निशा को एहसास हुआ कि जिसे वो उसका प्यार समझ रही है वो तो उसका है ।
क्योंकि राहुल को पूरी जानकारी चाहिए होती अगर फोन व्यस्त था तो किससे बात कर रही थी ।
मेरे से बिना पूछे फोन क्यों काटा।
अपनी बहन के घर क्यों जाति हो ।
फिर एक दिन निशा को एहसास हुआ की कहीं वो एक कुएं से निकल कर दूसरे कुएं में तो नही गिरने जा रही ।
क्या किया होगा निशा ने क्या राहुल से शादी की होगी , या नही ।
अब अचानक से फिर से निशा अपनी जिंदगी में। खामोशी और अपने अंदर शोर महसूस करने लगी थी ।
फिर से वो शांत हो गई थी ।
उसे ऐसा लगता जैसे उसके चारो तरफ तो सन्नाटा है लेकिन उसके अंदर बहुत से लोग बोल रहें है ।
जानिए मेरे अगले भाग में क्या किया निशा ने राहुल के साथ ????
नीर (निधि सक्सैना)✍️
Parangat Mourya
08-Dec-2022 05:49 PM
Behtreen 🙏🌸👌
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Gunjan Kamal
08-Dec-2022 09:13 AM
बहुत खूब
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Abhinav ji
08-Dec-2022 08:07 AM
Very nice👍
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